Durga Chalisa Lyrics In Hindi – श्री दुर्गा चालीसा – नमो नमो दुर्गे सुख करनी।

माँ दुर्गा की स्तुति और महिमा को वाकई वर्णन करने वाला “दुर्गा चालीसा” हिंदू धर्म के लोकप्रिय भजनों में से एक है। इस भजन को तुलसीदास द्वारा रचा गया था और नवरात्रि में लाखों भक्तों द्वारा गुणगान किया जाता है।

दुर्गा चालीसा एक प्रसिद्ध भजन है जो हिंदू धर्म की देवी दुर्गा को समर्पित है। यह भजन 40 चौपाईयों में लिखा गया है और यह हर वर्ष नवरात्रि के दौरान गाया जाता है। इस भजन में माँ दुर्गा की महिमा को स्तुति किया गया है और भक्तों को इसका गाना माँ दुर्गा की शक्ति और दया के लिए प्रेरित करता है।

Durga Chalisa में माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों का वर्णन किया गया है। इस भजन में माँ दुर्गा को महाशक्ति, महामाया, महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती आदि के रूप में वर्णित किया गया है। इस भजन में माँ दुर्गा के स्वरूप, गुण, शक्तियां और क्षमताएं वर्णित हैं।

Durga Chalisa Ka Path करने से भक्तों को माँ दुर्गा की कृपा, शक्ति और आशीर्वाद मिलता है। यह भजन मन को शांति और सुख देता है और भक्तों को नए संकल्प और उद्देश्यों की ओर प्रेरित करता है।

इस भजन के गायन से माँ दुर्गा की पूजा भी की जाती है। इस भजन के शब्दों का उच्च गुणवत्ता और अर्थपूर्ण होने के कारण इस भजन को दुर्गा पूजा के दौरान सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है।

इसके अतिरिक्त, दुर्गा चालीसा को आधुनिक भाषाओं में भी अनुवादित किया गया है। आजकल लोग इस भजन के हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, ओडिया, पंजाबी आदि भाषाओं में भी गाते हैं।

यद्यपि दुर्गा चालीसा का उच्चारण अधिकतर नवरात्रि के दौरान किया जाता है, लेकिन इसका पाठ किसी भी समय किया जा सकता है। यह भजन धार्मिक भावनाओं और श्रद्धालुता को बढ़ाने में सहायक होता है और माँ दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने में मदद करता है।

समाप्त में, दुर्गा चालीसा हिंदू धर्म की सबसे प्रसिद्ध और उत्कृष्ट भजनों में से एक है। इसका पाठ करने से हम माँ दुर्गा को समर्पित होते हुए उनकी कृपा एवं आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

अगर आप भी दुर्गा Durga Chalisa Lyrics In Hindi में ढूंढ रहे है तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत उपयोगी होने वाला है क्यूंकि इस पोस्ट में हम आपके साथ दुर्गा चालीसा लिरिक्स (Durga Chalisa Lyrics) ही शेयर करेंगे। 

Durga Chalisa Lyrics In Hindi

नमो नमो दुर्गे सुख करनी।
नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥

निरंकार है ज्योति तुम्हारी।
तिहूं लोक फैली उजियारी॥
शशि ललाट मुख महाविशाला।
नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥

रूप मातु को अधिक सुहावे।
दरश करत जन अति सुख पावे॥

तुम संसार शक्ति लै कीना।
पालन हेतु अन्न धन दीना॥

अन्नपूर्णा हुई जग पाला।
तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥
प्रलयकाल सब नाशन हारी।
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें।
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥

रूप सरस्वती को तुम धारा।
दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥

धरयो रूप नरसिंह को अम्बा।
परगट भई फाड़कर खम्बा॥
रक्षा करि प्रह्लाद बचायो।
हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं।
श्री नारायण अंग समाहीं॥

क्षीरसिन्धु में करत विलासा।
दयासिन्धु दीजै मन आसा॥

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी।
महिमा अमित न जात बखानी॥
मातंगी अरु धूमावति माता।
भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥

श्री भैरव तारा जग तारिणी।
छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥

केहरि वाहन सोह भवानी।
लांगुर वीर चलत अगवानी॥

कर में खप्पर खड्ग विराजै।
जाको देख काल डर भाजै॥
सोहै अस्त्र और त्रिशूला।
जाते उठत शत्रु हिय शूला॥

नगरकोट में तुम्हीं विराजत।
तिहुंलोक में डंका बाजत॥

शुंभ निशुंभ दानव तुम मारे।
रक्तबीज शंखन संहारे॥

महिषासुर नृप अति अभिमानी।
जेहि अघ भार मही अकुलानी॥
रूप कराल कालिका धारा।
सेन सहित तुम तिहि संहारा॥

परी गाढ़ संतन पर जब जब।
भई सहाय मातु तुम तब तब॥

अमरपुरी अरु बासव लोका।
तब महिमा सब रहें अशोका॥

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी।
तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥
प्रेम भक्ति से जो यश गावें।
दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥

ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई।
जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी।
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥

शंकर आचारज तप कीनो।
काम अरु क्रोध जीति सब लीनो॥
निशिदिन ध्यान धरो शंकर को।
काहु काल नहिं सुमिरो तुमको॥

शक्ति रूप का मरम न पायो।
शक्ति गई तब मन पछितायो॥

शरणागत हुई कीर्ति बखानी।
जय जय जय जगदम्ब भवानी॥

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा।
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा॥
मोको मातु कष्ट अति घेरो।
तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो॥

आशा तृष्णा निपट सतावें।
रिपू मुरख मौही डरपावे॥

शत्रु नाश कीजै महारानी।
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी॥

करो कृपा हे मातु दयाला।
ऋद्धि-सिद्धि दै करहु निहाला।
जब लगि जिऊं दया फल पाऊं ।
तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं ॥

दुर्गा चालीसा जो कोई गावै।
सब सुख भोग परमपद पावै॥

देवीदास शरण निज जानी।
करहु कृपा जगदम्ब भवानी॥

॥ इति श्री दुर्गा चालीसा सम्पूर्ण ॥

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Durga Chalisa PDF

अगर आप माँ दुर्गा चालीसा की PDF फाइल डाउनलोड करके अपने फ़ोन या अन्य डिवाइस में सेव करना चाहते है ताकि आप Ma Durga Chalisa PDF को आसानी से ओपन करके उसका पथ कर सके तो नीचे हमने दुर्गा चालीसा पीडीऍफ़ में डाउनलोड करने का लिंक दिया हुआ है जिसके माध्यम से आप चालीसा को पीडीऍफ़ फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते है। 

Download Maa Durga Chalisa PDF

Durga Chalisa Image

Shri Durga Chalisa Image फाइल निचे दी गयी हुई है जिसको आप राइट-क्लिक करके अपने फ़ोन में सेव कर सकते है ताकि जब भी आपको Durga chalisa ka paath करना हो तो आप आसानी से कर सके। 

Durga Chalisa Image
Shri Durga Chalisa Image

दुर्गा चालीसा का पाठ करके के फायदे (Benefits of Durga Chalisa Path)

दुर्गा चालीसा हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण भजन है जो माँ दुर्गा की महिमा और उनकी कृपा को स्मरण करता है। यह भजन 40 दोहों से मिलकर बना हुआ है जो माँ दुर्गा की गुणगान करते हुए उनकी आराधना करते हुए गाया जाता है। दुर्गा चालीसा पाठ करने से उनकी कृपा एवं आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।

दुर्गा चालीसा पाठ के कुछ लाभ हैं जो हमें निम्नलिखित प्रकार से मिलते हैं:

  1. धार्मिक भावनाओं को बढ़ाने में सहायता – दुर्गा चालीसा पाठ करने से हमारी धार्मिक भावनाएं बढ़ती हैं और हम माँ दुर्गा की आराधना करते हुए श्रद्धालुता का अनुभव करते हैं।
  2. आंतरिक शांति और स्थिरता – दुर्गा चालीसा पाठ करने से हमारी मनोदशा में शांति और स्थिरता आती है।
  3. भय को दूर करने में सहायता – दुर्गा चालीसा पाठ करने से हमारा भय दूर होता है और हम संतुलित और निर्भय होते हैं।
  4. शारीरिक और मानसिक रोगों से छुटकारा – दुर्गा चालीसा पाठ करने से हम शारीरिक और मानसिक रोगों से छुटकारा पाते हैं। दुर्गा चालीसा पाठ करने से हमारे मन और शरीर की ऊर्जा बढ़ती है जो हमें स्वस्थ रखने में मदद करती है।
  5. समस्त बुराइयों से लड़ने की ताकत – दुर्गा चालीसा पाठ करने से हमें समस्त बुराइयों से लड़ने की ताकत मिलती है और हम अपनी जीवन में संतुष्टि एवं समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।
  6. मन की शक्ति को बढ़ाने में सहायता – दुर्गा चालीसा पाठ करने से हमारे मन की शक्ति बढ़ती है और हम अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

इसलिए, दुर्गा चालीसा पाठ करने से हम अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, संतुष्टि एवं शांति को प्राप्त कर सकते हैं। यह हमारे जीवन को संतुलित बनाने में मदद करता है और हमें अपने मन और शरीर की सेहत को बढ़ाने में सहायता प्रदान करता है।

मुझे आशा है की आपको  shri durga chalisa lyrics in hindi पसंद आयी होगी अगर ऐसा है तो दुर्गा चालीसा को अपने मित्र और साथिओ से साथ शेयर करे ताकि वह भी दुर्गा चालीसा पाठ करके अपने घर और जीवन में सुख एवं शांति बना सके।  

जय माँ दुर्गा 

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